Last Updated on August 20, 2025 by Vijay More
Court Attendant अदालत का एक ऐसा कर्मचारी होता है जो कोर्ट की दैनिक गतिविधियों (daily work) को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है। इसका मुख्य काम जज और अधिकारियों की सहायता करना, केस फाइल्स व दस्तावेज़ संभालना, कोर्ट रूम तैयार करना और सुनवाई के दौरान ज़रूरी सहयोग देना होता है।
सरल शब्दों में, जब कोई पूछे कि Court Attendant kya hota hai? तो इसका उत्तर यही है कि यह वह व्यक्ति है जो कोर्ट के छोटे-छोटे लेकिन ज़रूरी कामों को संभालकर पूरी कार्यवाही को आसान और व्यवस्थित बनाता है।
Court Attendant की जिम्मेदारियाँ
Court Attendant का काम सिर्फ दस्तावेज़ संभालना ही नहीं होता, बल्कि कोर्ट की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाना भी इसकी ज़िम्मेदारी होती है। इसकी मुख्य जिम्मेदारियाँ इस प्रकार हैं:
- दस्तावेज़ और केस फाइल्स संभालना – कोर्ट में चल रहे मामलों से जुड़े कागज़ात को व्यवस्थित रखना।
- जज और अधिकारियों की मदद करना – सुनवाई के दौरान और रोज़मर्रा के कार्यों में सहयोग देना।
- कोर्ट रूम तैयार करना – सुनवाई से पहले ज़रूरी व्यवस्था करना, जैसे फाइल्स और रिकॉर्ड्स को सही जगह रखना।
- सूचना व नोटिस पहुंचाना – आदेश, नोटिस या आंतरिक संचार संबंधित विभाग या व्यक्ति तक पहुँचाना।
- अनुशासन बनाए रखना – कोर्ट परिसर में शांति और व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करना।
- अन्य प्रशासनिक कार्य – ज़रूरत पड़ने पर छोटे-मोटे प्रशासनिक कार्यों में भी सहयोग देना।
भारत में मुख्य 3 प्रकार के कोर्ट
- जिला न्यायालय (District Court): स्थानीय स्तर पर काम करने वाले अदालतें।
- उच्च न्यायालय (High Court): राज्य स्तर पर बड़े और महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई।
- सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court): देश की सबसे बड़ी अदालत, जहां महत्वपूर्ण राष्ट्रीय स्तर के केस चलते हैं।
इन सभी अदालतों में Court Attendant की नियुक्ति होती है।
Court Attendant Salary 2025
Court Attendant की सैलरी अलग-अलग अदालतों और पद के हिसाब से तय होती है। सुप्रीम कोर्ट में यह वेतन ज्यादा होता है, जबकि जिला या हाई कोर्ट में यह थोड़ी कम रहती है। इसके अलावा सभी को सरकारी भत्ते (HRA, DA, TA) भी मिलते हैं।
सुप्रीम कोर्ट (Junior Court Attendant)
- Basic Pay: ₹21,700 (7वां वेतन आयोग, लेवल 3)
- In-Hand Salary: लगभग ₹46,000 प्रति माह (भत्तों सहित)
- Probation Period: 2 साल की ट्रायल अवधि
सुप्रीम कोर्ट (Junior Court Assistant)
- Basic Pay: ₹35,400 (Pay Matrix Level 6)
- In-Hand Salary: लगभग ₹70,000 – ₹72,000 प्रति माह (भत्तों सहित)
- Annual Package: करीब ₹5 – ₹6 लाख प्रति वर्ष
- Probation Period: 2 साल
जिला और उच्च न्यायालय (District & High Court)
- Average Monthly Salary: ₹20,000 – ₹27,000
- Delhi जैसे बड़े शहरों में: लगभग ₹32,000 प्रति माह (औसत)
- भत्ते: HRA, DA और अन्य स्थानीय भत्ते
Court Attendant की योग्यता (Eligibility Criteria)
Court Attendant बनने के लिए उम्मीदवार को कुछ बुनियादी शर्तें पूरी करनी होती हैं। अलग-अलग अदालतों में नियम थोड़े अलग हो सकते हैं, लेकिन सामान्य तौर पर योग्यता इस प्रकार है:
शैक्षणिक योग्यता (Educational Qualification)
- न्यूनतम 10वीं पास होना ज़रूरी है।
- कुछ अदालतों में 12वीं पास उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाती है।
- बेसिक पढ़ाई के साथ अगर उम्मीदवार को कंप्यूटर का ज्ञान हो तो यह अतिरिक्त लाभ देता है।
आयु सीमा (Age Limit)
- न्यूनतम आयु: 18 वर्ष
- अधिकतम आयु: 30 वर्ष (राज्य या केंद्र सरकार के नियमों के अनुसार)
- आरक्षित वर्ग (SC/ST/OBC/PH) को सरकारी नियमों के अनुसार आयु में छूट दी जाती है।
आवश्यक कौशल (Skills Required)
- समय पर काम करने की क्षमता (Punctuality)
- जिम्मेदारी निभाने की आदत (Responsibility)
- कोर्ट के वातावरण में अनुशासन (Discipline)
- बेसिक टाइपिंग या कंप्यूटर की जानकारी (फायदेमंद लेकिन अनिवार्य नहीं)
मतलब, अगर कोई उम्मीदवार 10वीं पास है, उम्र 18 से 30 साल के बीच है और जिम्मेदारी से काम करने वाला है, तो वह Court Attendant बनने के लिए योग्य माना जाता है।
Court Attendant Career Growth
Court Attendant की नौकरी सरकारी सेक्टर में आती है, इसलिए इसमें नौकरी की सुरक्षा (Job Security) और प्रमोशन (Promotion) की सुविधा होती है। शुरुआती पद पर सैलरी थोड़ी कम होती है, लेकिन जैसे-जैसे अनुभव बढ़ता है, वैसे-वैसे प्रमोशन और वेतन भी बढ़ते हैं।
प्रमोशन के अवसर (Promotion Opportunities)
- Junior Court Attendant (शुरुआती स्तर)
- शुरुआत में उम्मीदवार को इसी पद पर रखा जाता है।
- सैलरी: ₹20,000 – ₹25,000 / माह
- Senior Court Attendant (3–5 साल बाद)
- अनुभव और अच्छे प्रदर्शन के आधार पर प्रमोशन मिलता है।
- सैलरी: ₹28,000 – ₹35,000 / माह
- Head Clerk / Supervisor (5–7 साल बाद)
- कोर्ट के प्रशासनिक काम की निगरानी करने की जिम्मेदारी मिलती है।
- सैलरी: ₹35,000 – ₹45,000 / माह
- Court Officer (7–10 साल + आंतरिक परीक्षा)
- यह एक उच्च स्तर का पद है जहां प्रशासनिक और प्रबंधन की जिम्मेदारी होती है।
- सैलरी: ₹45,000 – ₹60,000 / माह
FAQs
Q1. Court Attendant का मुख्य काम क्या होता है?
Ans: Court Attendant का मुख्य काम कोर्ट की फाइलें और दस्तावेज़ संभालना, जज और अधिकारियों की मदद करना तथा कोर्ट रूम को सुनवाई के लिए तैयार करना होता है।
Q2. Court Attendant बनने के लिए न्यूनतम योग्यता क्या चाहिए?
Ans: इसके लिए उम्मीदवार का कम से कम 10वीं पास होना ज़रूरी है। साथ ही उम्र 18 से 30 साल के बीच होनी चाहिए।
Q3. Court Attendant की शुरुआती सैलरी कितनी होती है?
Ans: शुरुआती स्तर पर Court Attendant की सैलरी लगभग ₹20,000 से ₹25,000 प्रति माह होती है, जो सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट में और भी ज्यादा हो सकती है।
Conclusion
बहुत से उम्मीदवारों के मन में सवाल होता है – Court Attendant kya hota hai?
सरल शब्दों में, यह एक सरकारी कर्मचारी होता है जो कोर्ट की दैनिक गतिविधियों में जज और अधिकारियों की मदद करता है। इसका काम दस्तावेज़ संभालना, कोर्ट रूम को व्यवस्थित रखना और सुनवाई के दौरान ज़रूरी सहयोग देना होता है।
शुरुआत में Court Attendant की सैलरी लगभग ₹20,000 – ₹25,000 प्रति माह होती है, लेकिन अनुभव और प्रमोशन के साथ यह ₹60,000 तक पहुँच सकती है। इसलिए अगर आप 10वीं पास हैं और सरकारी नौकरी की तलाश में हैं, तो Court Attendant आपके लिए एक स्थिर और सुरक्षित करियर विकल्प साबित हो सकता है।
Official Website – https://dsssb.delhi.gov.in/